राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़ : पश्चिम बर्धमान जिला परिषद द्वारा संचालित सालानपुर प्रखंड के रूपनारायणपुर-बिहार सड़क की जर्जर हालत से सड़क से प्रति दिन गुजरने वाले राहगीर परेशान है। मालूम हो कि अल्लाडीह से झारखंड सीमा तक कि करीब 800 मीटर लंबी सड़क के रखरखाव के नाम पर सड़क से गुजरने वाली सभी वाहनों से 30 से 150 रुपयों टोल शुल्क वसूले जाते है। इसके बाउजूद बीते कई महीनों से सड़क की अवस्था जर्जर हुई पड़ी है। वही इसी वर्ष फरवरी माह करीब 19 लाख रुपयों की लागत से उक्त सड़क की मरम्मत की गई थी जिसके कुछ महीनों बाद ही सड़क पुनः जर्जर हालत में पहुँच गई जो दर्शता है कि सड़क को किस तरीके से मरम्मत की गई जो तुरंत ही गढ़ो में तब्दील हो गया। बता दे कि उक्त सड़क की देखरेख के नाम पर प्रति माह लाखों रुपयों की वसूली वाहनों से की जाती है इसके बाउजूद सड़क की जर्जर अवस्था जिला परिषद की नाकामियों और लापरवाही को दर्शता है। वही सड़क से गुजरने वाले लोगों का आरोप है कि सड़क की जर्जर अवस्था लम्बे समय से ही फिरभी जिला परिषद द्वारा शुल्क लिये जाते है। जगह जगह गढ्ढे है जिससे सड़क पर रात में वाहन चालकों को डर लगता है। पश्चिम बर्धमान जिला परिषद द्वारा संचालित सालानपुर प्रखंड के रूपनारायणपुर-बिहार सड़क की जर्जर हालत से सड़क से प्रति दिन गुजरने वाले राहगीर परेशान है।
मालूम हो कि अल्लाडीह से झारखंड सीमा तक कि करीब 800 मीटर लंबी सड़क के रखरखाव के नाम पर सड़क से गुजरने वाली सभी वाहनों से 30 से 150 रुपयों टोल शुल्क वसूले जाते है। इसके बाउजूद बीते कई महीनों से सड़क की अवस्था जर्जर हुई पड़ी है। वही इसी वर्ष फरवरी माह करीब 19 लाख रुपयों की लागत से उक्त सड़क की मरम्मत की गई थी जिसके कुछ महीनों बाद ही सड़क पुनः जर्जर हालत में पहुँच गई जो दर्शता है कि सड़क को किस तरीके से मरम्मत की गई जो तुरंत ही गढ़ो में तब्दील हो गया। बता दे कि उक्त सड़क की देखरेख के नाम पर प्रति माह लाखों रुपयों की वसूली वाहनों से की जाती है इसके बाउजूद सड़क की जर्जर अवस्था जिला परिषद की नाकामियों और लापरवाही को दर्शता है। वही सड़क से गुजरने वाले लोगों का आरोप है कि सड़क की जर्जर अवस्था लम्बे समय से ही फिरभी जिला परिषद द्वारा शुल्क लिये जाते है। जगह जगह गढ्ढे है जिससे सड़क पर रात में वाहन चालकों को डर लगता है।