एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: बिहार में बाल तस्करी के मामले में नया मोड़ आया है। सीआईडी जांच में पता चला है कि जिस बच्चे को बेचा गया, उसका जन्म सरोगेसी के जरिए हुआ था। जन्म देने वाली मां तलाकशुदा थी और उसके जरिए इस चक्र में कई परेशान महिलाएं शामिल थीं, जिन्हें सरोगेट मां के तौर पर इस्तेमाल किया गया और बाद में बच्चों को बेच दिया गया।
सीआईडी जांच के अनुसार, माणिक हलदर नामक एक आरोपी इस गिरोह से पांच साल से जुड़ा हुआ था। उसकी पत्नी मुकल सरकार एक आईवीएफ केंद्र में काम करती थी और उसके माध्यम से ही सरोगेसी चक्र से जुड़ने की संभावना हुई है।
पिछले रविवार को सीआईडी ने बॉटनिकल गार्डन थाना क्षेत्र में छापेमारी कर अंतरराज्यीय बाल तस्करी गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में दो दिन की बच्ची बरामद की गई। सीआईडी की कार्रवाई के दौरान एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के सदस्यों ने शालीमार थाने के बाहर से बच्ची को छुड़ाया।
माणिक हलदर और मुकुल सरकार को गिरफ़्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ़ जांच जारी है। अभियान में सीआईडी, सीडब्ल्यूसी और बच्चा बचाओ आंदोलन (एनजीओ) के सदस्यों ने सहयोग किया। दोनों आरोपियों को बी गार्डन थाने लाया गया है और ज़रूरी कार्रवाई की गई है।