स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : मंदिर (Temple) एक ऐसी पावन और पवित्र जगह हैं जहां भगवान का वास होता हैं और भक्त अपने इष्ट से मिलने के लिए निर्मल और निश्छल स्वभाव के साथ मंदिर जाते हैं। मंदिर में भक्त अपने इष्ट देव को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। जानिए मंदिर जाने से पहले कुछ नियमो के बारे में -
महिलाओं को अपना सिर ढक कर मंदिर में प्रवेश करना चाहिए। तिरुपति और गुरुवयूर में ड्रेस (dress) कोड को लेकर काफी सख्ती बरती जाती है। पुरुषों और महिलाओं को पैंट और ट्राउज़र पहनने की बिलकुल मनाही है। जब भी आप किसी प्रसिद्ध मंदिर के दर्शन करने जाएं तो वहां के ड्रेस कोड के बारे में भी जरूर पता करें।
कुछ मंदिर केवल सुबह और शाम के समय खुले होते हैं। इसलिए मंदिर जाने से पूर्व मंदिर खुलने के समय(opening hours) के बारे में जरूर पता कर लें।
हिंदू मान्यता के अनुसार मंदिर जाने से पूर्व स्नानादि और नित्य कर्म से निवृत्त होना जरूरी होता है। दक्षिण भारत के कई मंदिरों में स्नान(bath) के लिए कुंड बने हुए हैं जहां भक्तों को दर्शन करने से पूर्व स्नान करना अनिवार्य होता है।
महिलाओं को माहवारी के दौरान मंदिर या किसी भी धार्मिक स्थान में प्रवेश करना सख्त वर्जित है। केरल के अयप्पा स्वामी मंदिर में तो माहवारी की उम्र की महिलाओं को प्रवेश ही नहीं करने दिया जाता है।