एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: रविवार को मुंबई इंडियंस(Mumbai Indians) के खिलाफ खेले गए आईपीएल मैच में तूफानी अंदाज में शतक ठोककर सनसनी मचा दी है भारत और राजस्थान रॉयल्स के यह युवा क्रिकेटर। यह युवा क्रिकेटर है यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal)। जायसवाल मुंबई इंडियंस के खिलाफ 62 गेंदों पर 124 रनों की तूफानी पारी खेली। यशस्वी जायसवाल ने टीम इंडिया में सेलेक्शन के लिए भी दावा ठोका है। IPL ने यशस्वी जायसवाल की किस्मत बदली है। घरेलू क्रिकेट में महज 17 साल की उम्र में यूथ वनडे मैचों में दोहरा शतक लगाने वाले यशस्वी जायसवाल ने काफी मेहनत के बाद बड़ी सफलता हासिल की है।
यशस्वी जायसवाल के संघर्ष की कहानी बहुत कम लोगों को पता है ,आप को बता है इस खिलाड़ी का जीवन के बारे में। सूत्रों के मुताबिक यशस्वी जायसवाल कभी पेट भरने के लिए मुंबई(Mumbai) में गोलगप्पे बेचते थे। मुंबई के आजाद मैदान के बाहर गोलगप्पे बेचा करते थे। यशस्वी ने अपने ट्रेनिंग के दौर में टेंट में जीवनयापन किया था। ऐसे भी दिन थे, जब उन्हें खाली पेट सोना पड़ता था। यशस्वी एक डेयरी में काम करने लगे। डेयरी वाले ने एक दिन उन्हें निकाल दिया, इस दौरान एक क्लब जायसवाल की मदद के लिए आगे आया, लेकिन शर्त रखी कि अच्छा खेलोगे तभी टेंट में रहने देंगे। टेंट में रहते हुए यशस्वी का काम रोटी बनाने का था। यहीं उन्हें दोपहर और रात का खाना भी मिल जाता था। आजाद मैदान में जब एक दिन यशस्वी खेल रहे थे, तो उन पर कोच ज्वाला सिंह की नजरें पड़ीं। ज्वाला सिंह की कोचिंग में यशस्वी के टैलेंट में ऐसा निखार आया कि वह बेहतर क्रिकेटर बन गए। उनमें सफलता हासिल करने का जज्बा कूट-कूटकर भरा था। यशस्वी ने अंडर-19 वर्ल्ड कप 2020 में 400 रन बनाए थे, जिसमें एक शतक और 4 अर्धशतक शामिल थे। यशस्वी भी ज्वाला सिंह के योगदान का बखान करते नहीं थकते और कहते हैं, 'मैं तो उनका अडॉप्टेड सन (गोद लिया हुआ बेटा) हूं। मुझे आज इस मुकाम तक लाने में उनका अहम रोल है।' आज यशस्वी जायसवाल राजस्थान रॉयल्स ( Rajasthan Royals) के लिए IPL में खेलते हैं और एक सीजन के 2.4 करोड़ रुपये लेते हैं।