स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: 15 अगस्त का शुभ दिन भारत के रीजनीतिक इतिहास में सबसे ज्यादा अहमियत रखता है। यही वह दिन है जब देश को अंग्रेजों की 200 सालों की गुलामी की बेड़ियों से मुक्ति मिली थी। हर साल भारत के प्रधानमंत्री दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर तिरंगा फहराने के बाद देश को संबोधित करते हैं। यह दिन उन महान क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करने का भी है जिन्होंने देश को आजादी दिलाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। भारत की आजादी की लड़ाई में लाखों लोगों ने भाग लिया था लेकिन कुछ ऐसे भी लोग थे जो एक नई प्रतीक या प्रतिमा के साथ उभरे। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के लिए जीवन, परिवार, संबंध और भावनाओं से भी ज्यादा महत्वपूर्ण था हमारे देश की आजादी। इस पूरी लड़ाई में कई व्यक्तित्व उभरे, कई घटनाएं हुई, इस अद्भुत क्रांति में असंख्य लोग मारे गए, घायल हुए इत्यादि।