स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: काली पूजा सामने है। रोब बड़ानगर बाजार से सटे काली मंदिर में सजाया गया। रेंज में छोटी होते हुए भी मां काली यहां हमेशा जागती रहती हैं। सुना जाता है कि एक दिन रामकृष्ण देव भी अपनी माता की पूजा करने आए थे। हालांकि हर दिन एक दैनिक पूजा होती है, काली पूजा के दिन एक विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। चावल और कद्दू की बलि दी जाती है। दर्शन व पूजा के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। हालांकि, कोरोना काल में मंदिर प्रशासन पर कुछ पाबंदियां हैं। सिंठी जंक्शन से ऑटो बड़ानगर बाजार जंक्शन। और यह मंदिर वहीं स्थित है।