राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़: अमूमन तो अपने पशु पालक से लेकर पशु प्रेमी बहुत देखें होंगे, लेकिन यह मिथ्या तब दम तोड़ देती है, जब उन्ही में से कुछ लोग अपने पशुओं को सड़क पर आवारा छोड़ देते है। हालांकि सड़क पर दिन रात धमाचौकड़ी मचाने तथा मार्ग अवरुद्ध और उससे उत्पन्न सड़क दुर्घटना को रोकने वालों के मुँह पर आज ताला बंद क्यों है? बिना लाइसेंस और हेलमेट का चालान के बाद आवारा पशुओं से दुर्घटना के क्रम में पशु मालिकों के विरुद्ध कब चालान कटेगा यह सवाल हम नही सड़क पर आवागमन करने वाले आम जनता का है, जो इन आवारा पशुओं के कारण समय पर ऑफिस, स्कूल, अस्पताल से लेकर जरूरी काम पर नही पहुँच पाते है, या इन आवारा पशुओं के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो जातें है। कुछ यही हाल इन दिनों कल्यानेश्वरी, लेफ्ट बैंक, मैथन डैम का है, यहाँ की सड़कों पर पूर्ण रूप से आवारा पशुओं का कब्जा है। खास कर रात्रि के समय आप आपातकालीन स्थिति में कही नही जा पाएँगे इतना ही नही आप एम्बुलेंस या पुलिस को बुलाते है तो वह भी समय पर नही पहुँच पाती है। जिसका मुख्य कारण सड़क पर बैठे आवारा पशु है। संध्या होते ही मैथन डैम मजूमदार निवास, होटल शांति निवास, जंगल रोड एवं लेफ्ट बैंक आवासीय कालोनी की सड़कें आवारा पशुओं से पट जाती है, जिससे आए दिन राहगीर दुर्घटनाग्रस्त हो रहें है। किन्तु प्रसासन की और से कोई भी सार्थक पहल नही किया जा रहा है।
आवारा पशुओं का इतना आतंक है कि कुछ दिन पूर्व देंदुआ पंचायत अतर्गत धनुडीह और बॉसकटिया के किसान कल्यानेश्वरी फाड़ी में शिकायत करने पहुँचे थे, की क्षेत्र के आवारा पशु रात में उनका फसल बर्बाद कर रहें है। हालांकि तत्पश्चात पुलिस ने देंदुआ ग्राम पंचायत प्रधान को मामलें को लेकर सूचित किया था, किंतु कोई निष्कर्ष नही निकला। इधर वर्ष 2011 के बाद 2021 में डिवीसी प्रबंधन की और से मैथन डैम सड़क का निर्माण किया जा रहा है, जहाँ प्रबंधन के अभियंता ने आवारा पशुओं को लेकर चिंता जाहिर की है। अभियंता का कहना है कि पशुओं के गोबर और मूत्र से सड़क जल्द खराब हो जाती है साथ ही गोबर की फ़िसलन से दुर्घटना भी होती है। इधर मामलें को लेकर देंदुआ पंचायत उपप्रधान रंजन दत्ता से पूछने पर उन्होंने कहा मामलें को लेकर पहले भी माइकिंग और बैठक हुई है किंतु कोई लाभ नही हुआ लोग सचेत नही हो रहे है, देंदुआ मोड़ और नाकड़ाजोड़ियाँ में भी आवारा पशुओं के कारण जाम लगी रहती है। साथ ही खोवाड़ नही होने के कारण भी आम लोगों और किसानों को समस्या हो रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही ग्राम सदस्यों की उपस्थिति एवं पुलिस की सहयोग से बैठक कर निष्कर्ष निकाला जाएगा। जिससे आवारा पशुओं और उनके मालिकों पर कार्यवाही और जुर्माना किया जा सके।