राहुल पासवान, एएनएम न्यूज़: पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सांसद दिलीप घोष आज चाय पर चर्चा करने के लिए के बर्नपुर में पहुंचे। लेकिन चाय पर चर्चा करने के बाद जैसे ही वह यहां से निकले उनके काफिले के सामने टीएमसी कर्मियों ने “खेला होबे” और दिलीप घोष मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में वहां भाजपा के भी समर्थक आ गए और दिलीप घोष जिंदाबाद और जय श्री राम के नारे लगाने लगे जिससे दौरान वहां थोड़ी देर के लिए स्थिति तनावपूर्ण बन गई। बाद में पुलिस की मदद से स्थिति को समान्य किया गया। इस संदर्भ में आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पाल ने टीएमसी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि ममता बनर्जी के शासनकाल में बंगाल में पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छु रहीं हैं चिकित्सक, नर्स, शिक्षक सभी आंदोलन कर रहें हैं, होम्स में बच्चों का यौन शोषण हो रहा है। इन सब मुद्दों पर ध्यान ना देकर टीएमसी के गुंडे बेवजह की नारेबाजी कर रहें हैं। हालांकि रानीगंज के विधायक तापस बैनर्जी ने कहा कि खेला होबे एक बहुत ही निरीह स्लोगन है जिसपर किसीको भी इतना उत्तेजित नहीं होना चाहिए। दिलीप घोष जिस तरह की बयानबाज़ी करतें है उसे सभ्य समाज में दोहराया तक नहीं जा सकता है। ऐसे में खेला होबे पर इतना नाराज होने की कोई आवश्यकता नहीं है। वहीं दिलीप घोष के काफिले के समक्ष नारे लगा रहे टीएमसी समर्थकों ने कहा कि वह आज पार्टी झंडे के बिना ही यहां आएं हैं और त्रिपुरा में जिस तरह से टीएमसी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किए जा रहे हैं उसका विरोध जता रहें थे।