स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ था और इसके 23 दिसंबर तक चलने का कार्यक्रम था। लेकिन विपक्ष के हर दिन हंगामे की वजह से शीतकालीन सत्र के निर्धारित समय से एक दिन पहले ही खत्म कर दिया गया।
सूत्रों के मुताबिक विपक्ष की मुख्य मांग है जुलाई-अगस्त में मानसून सत्र के दौरान हुई घटनाओं के कारण निलंबित कर दिए गए उन 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन को वापस लेने की है और विपक्षी सांसदों की एक और मांग 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का इस्तीफा। आज लोकसभा और राज्यसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।