आनंदम फाउंडेशन का स्थापना दिवस और स्वामी विवेकानंद जयंती उत्सव पर वेबिनार का आयोजन

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Harmeet
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आनंदम फाउंडेशन का स्थापना दिवस और स्वामी विवेकानंद जयंती उत्सव पर वेबिनार का आयोजन

12 जनवरी, भुवनेश्वर: सामाजिक-आध्यात्मिक संस्था 'आनंदम फाउंडेशन' की स्थापना और स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में संस्था ने 12 जनवरी को एक वेबिनार का आयोजन किया। इस वेबीनार का विषय 'स्वामी विवेकानंद की भारत भक्ति' रखा गया था। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता और माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलपति प्रोफेसर केजी सुरेश ने इस विषय पर अपने विचार साझा किए।

कार्यक्रम की शुरुआत आनंदम फाउंडेशन की सोशल मीडिया संयोजिका शुभांगी उपाध्याय शांति मंत्र के साथ की। इसके बाद संस्था के महासचिव मनोज दास जी ने फाउंडेशन के कार्यों और उद्देश्य के बारे में वेबिनार में उपस्थित लोगों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि पिछले साल कोरोना काल में ही फाउंडेशन की नींव डाली गई थी। व्यक्ति निर्माण के जरिए राष्ट्र निर्माण के कदम पर चलते हुए संस्थान तमाम सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ा रहा है।

अपने वक्तव्य में प्रोफेसर केजी सुरेश ने कहा कि ऐसे वक्त में जब चहुंओर अंधेरा छाया हुआ है, तब स्वामी विवेकानंद द्वारा दिखाया गया रास्ता उजियारे की तरफ ले जाता है। स्वामी विवेकानंद हमेशा युवाओं को जागृत करने की बात किया करते थे। इस वक्त पूरी दुनिया में भारत में सर्वाधिक नौजवान हैं। अगर इस युवा शक्ति का इस्तेमाल सही दिशा में किया जाए तो देश की प्रगति को और ऊंचाई पर ले जाया जा सकता है।

प्रोफ़ेसर केजी सुरेश ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचारों, सिद्धांतों को जानने-समझने और लोगों को बताने के लिए किसी खास तारीख का इंतजार नहीं करना चाहिए बल्कि हर दिन खास है और सबको अपने अपने स्तर पर पहल करने की जरूरत है। कार्यक्रम में शुभांगी उपाध्याय और शुभम डबास ने संस्कृत और हिंदी में गीत की प्रस्तुति दी।

दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. नित्यानंद अगस्ति ने धन्यवाद ज्ञापन के दौरान कहा कि कोरोना के चलते उत्पन्न हुई चुनौतियों के बावजूद इस वेबिनार में देश भर से 65 से अधिक लोग शामिल हुए। यह स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों बातों के प्रति लोगों की प्रतिबद्धता दर्शाता है। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार प्रभात उपाध्याय ने किया।