टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : रानीगंज के बल्लभपुर ग्राम पंचायत अंतर्गत शमशान जाने का रास्ता पूरी तरह से नारकीय स्थिति में है रास्ते के ऊपर ही निकासी नाले का पानी आ जाता है। यहां पर साफ सफाई नहीं करवाई जाती है। लोगों का कहना है कि पंचायत की तरफ से यहां पर सफाई को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जाता है। एक महिला ने बताया कि उनके घर के सामने स्थिति बेहद खराब है। रास्ते के ऊपर नाले का पानी आ जाता है जिस वजह से यहां के लोगों को गंदे पानी के ऊपर से होकर गुजरना पड़ता है। जब इलाके की महिलाएं मंदिर जाते हैं तो उनको गंदे पानी के ऊपर से होकर गुजरना पड़ता है इसके अलावा बच्चों और बुजुर्गों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अक्सर बच्चे और बुजुर्ग यहां पर गिर जाते हैं और ऐसे कहीं मामले हुए हैं जहां पर बच्चे या कोई बुजुर्ग गिर गये है।
उन्होंने कहा कि यहां तक की जो रास्ते के किनारे पीने के पानी के नल हैं, वह भी नाली के अंदर है। इससे महिलाओं को नाली के अंदर बाल्टी रखकर पीने का पानी भरना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस बारे में ना तो विधायक न तो सांसद ना पंचायत कोई कदम उठा रही है। वहीं सीटू नेता हेमंत प्रभाकर ने भी रास्ते की हालत पर अपना असंतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि टीएमसी के जमाने में जहां पर भी रास्तों का निर्माण किया गया है तीन से चार महीने के अंदर वह रास्ते टूट गए हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि रास्तों के निर्माण में किस स्तर पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बांसतला मोड़ से मेदिनीपुर रोड पूरे रास्ते की हालत इतनी ज्यादा खराब है कि लोगों का चलना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा कि वामपंथियों की तरफ से लगातार इन सब चीजों के खिलाफ आंदोलन किया जा रहा है और कृषक सभा की तरफ से बेलुनिया ब्रिज के टूटने और निकासी व्यवस्था और रास्तों के जर्जर हालत को लेकर बहुत जल्द पंचायत को ज्ञापन सोपा जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस में अतिक्रमण के खिलाफ कोई कार्रवाई इसलिए नहीं करती क्योंकि इसके साथ टीएमसी नेता जुड़े हुए हैं लेकिन कोलकाता से शुरु होकर अब गरीब लोगों होकरों को हटाया जा रहा है लेकिन एटीएम से नेताओं के अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत पुलिस की नहीं है क्योंकि पुलिस टीएमसी नेताओं की चाटुकारिता करती है।
वहीं इस बारे में जब हमने बल्लभपुर ग्राम पंचायत के उप प्रधान सिद्धांत मंडल से बात की तो उन्होंने कहा कि लोगों को कई बार कहा गया है, लेकिन लोग नाली में ही कूड़ा करकट प्लास्टिक आदि फेंक देते हैं जिससे नालियों में पानी बहता नहीं है और सड़क पर आ जाता है। उन्होंने कहा कि अब पंचायत की तरफ से इसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और नालियों के साथ सफाई भी शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा की निकासी व्यवस्था को बेहतर करने के लिए बांसतला मोड से पेपर मिल गेट तक 22 लाख की लागत से नाली का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंचायत के पास नगर निगम की तरह फंड नहीं है। अपने सीमित क्षमता के अंदर पंचायत काम करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि अब टोटो के जरिए लोगों के घर से कचरा संग्रह किया जाएगा और नदी के आसपास उपयुक्त स्थान पर फेंका जाएगा। जिससे पंचायत इलाके में कहीं पर गंदगी ना हो। वहीं उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देशानुसार पंचायत कहीं पर भी अवैध अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं करेगा और उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।