एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : एक नेटिजन ने भाजपा के दो नेताओं राजू बिस्टा और तरुणज्योति तिवारी को बाहरी और गैर बंगाली कहा है। इस टिप्पणी पर भाजपा नेता तरुणज्योति तिवारी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "भाई, मेरी जन्म भूमि एवं कर्मभूमि पश्चिम बंगाल है। बंगाली ठीक से नहीं आती, जैसी बंगाली नहीं हूँ, मेरी मातृभाषा बंगाली है और मैं घर पर बंगला बोलता हूं इसलिए मैं खुद को बंगाली मानता हूं। अब आते हैं आपके बाहरी तर्क पर, क्या आप पश्चिम बंगाल को भारत से बाहर मानते हैं? कीर्ति आज़ाद, शत्रुघ्न सिन्हा, साकेत गोखले केवल दो पुरुष पहले जो गया से आए थे, फिरहाद हकीम, मनोज तिवारी, सुष्मिता देव जिनका बंगाल से कोई संपर्क नहीं है, क्या सागरिका घोष बंगाली हैं? अगर आप को कोई एक मामला मिलने पर इतना उछलने लगते हैं ? तो रुकिए, आप लोगों की खाने-पीने की व्यवस्था सरकारी निगरानी में हो रही है।
बाहरी और गैर बंगाली ! भाजपा नेता ने दिया जवाब
क्या आप पश्चिम बंगाल को भारत से बाहर मानते हैं? कीर्ति आज़ाद, शत्रुघ्न सिन्हा, साकेत गोखले केवल दो पुरुष पहले जो गया से आए थे, फिरहाद हकीम, मनोज तिवारी, सुष्मिता देव जिनका बंगाल से कोई संपर्क नहीं है, क्या सागरिका घोष बंगाली हैं?
एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : एक नेटिजन ने भाजपा के दो नेताओं राजू बिस्टा और तरुणज्योति तिवारी को बाहरी और गैर बंगाली कहा है। इस टिप्पणी पर भाजपा नेता तरुणज्योति तिवारी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "भाई, मेरी जन्म भूमि एवं कर्मभूमि पश्चिम बंगाल है। बंगाली ठीक से नहीं आती, जैसी बंगाली नहीं हूँ, मेरी मातृभाषा बंगाली है और मैं घर पर बंगला बोलता हूं इसलिए मैं खुद को बंगाली मानता हूं। अब आते हैं आपके बाहरी तर्क पर, क्या आप पश्चिम बंगाल को भारत से बाहर मानते हैं? कीर्ति आज़ाद, शत्रुघ्न सिन्हा, साकेत गोखले केवल दो पुरुष पहले जो गया से आए थे, फिरहाद हकीम, मनोज तिवारी, सुष्मिता देव जिनका बंगाल से कोई संपर्क नहीं है, क्या सागरिका घोष बंगाली हैं? अगर आप को कोई एक मामला मिलने पर इतना उछलने लगते हैं ? तो रुकिए, आप लोगों की खाने-पीने की व्यवस्था सरकारी निगरानी में हो रही है।