स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: 2021 में राज्य में तीसरी बार सत्ता में आने के बाद तृणमूल ने 'लक्ष्मी भंडार' परियोजना शुरू की। इस योजना के जरिए महिलाओं को आर्थिक मदद दी जाती है। सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन वर्तमान में आरजी कर के गर्म माहौल में लक्ष्मी भंडार को लेकर जोर-शोर से चर्चा शुरू हो गया।
युवा डॉक्टर की रेप-हत्या के बाद विपक्ष ने पूछा, अब से महीने-दर-महीने लक्ष्मी भंडार लेने से पहले सोचिए कि घर की लक्ष्मी सुरक्षित रहेगी या नहीं। दूसरी ओर, सत्तारूढ़ दल के नेता कुणाल घोष ने कहा, 'राज्य सरकार उन लोगों के लिए रिफंड फॉर्म उपलब्ध कराएगी जो लक्ष्मी भंडार और राज्य सरकार की अन्य योजनाओं में शामिल नहीं होना चाहते हैं।'
इसके बाद लक्ष्मी भंडार को लेकर कई लोगों में अनिश्चितता थी। तो आखिर लक्ष्मी भंडार बंद क्यों हो रहा है? कई महिलाएं इस सवाल पर सोच रही थी लेकिन अब सब साफ हो गया है। आखिरकार लक्ष्मी भंडार का पैसा खाते में आ ही गया। आम तौर पर हर महीने 4-6 तारीख के भीतर योजना का पैसा बैंक खाते में भेज दिया जाता है। लेकिन सितंबर में आरजी कर मामले के माहौल में पैसे आने में देरी की वजह से तरह-तरह की अटकलें लगने लगी थीं। लेकिन पैसा आना शुरू हो चुका है। पता चला है कि जिन यूजर्स को पैसा नहीं मिला है, उन्हें इस हफ्ते के अंदर मिल जाएगा।