दो साल के लंबे आंदोलन के बाद मिली सफलता!

कोलयरी के पास कुमारडीही, जोवल भांगा क्षेत्र के जमीन मालिकों के अनुसार, ईसीएल ने उनकी जमीन काफी पहले ही अधिग्रहित कर लिया है। हाल ही में वहां कोयला (ECL) खनन की प्रक्रिया भी शुरू हुई है और इसके परिणामस्वरूप उनकी जमीन को नुकसान हो रहा है।

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Sneha Singh
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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: दो साल के लंबे आंदोलन के बाद आंशिक सफलता मिलने से जमीन मालिक खुश हैं। यह विवाद पांडवेश्वर विधानसभा (Pandaveshwar Assembly) के नवग्राम पंचायत अंतर्गत एबीपिट कोलियरी के सीएम प्रोजेक्ट (CM Project) के तहत क्षेत्र में लगभग 240 एकड़ भूमि के अधिग्रहण को लेकर है। कोलयरी के पास कुमारडीही, जोवल भांगा क्षेत्र के जमीन मालिकों के अनुसार, ईसीएल ने उनकी जमीन काफी पहले ही अधिग्रहित कर लिया है। हाल ही में वहां कोयला (ECL) खनन की प्रक्रिया भी शुरू हुई है और इसके परिणामस्वरूप उनकी जमीन को नुकसान हो रहा है। जमीन मालिकों की मांग है कि ईसीएल उनकी जमीन का अधिग्रहण करे। यह एक लंबे समय से चला आ रहा आंदोलन है। इसे लेकर हाल ही में ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन (Protest) भी किया था। ईसीएल अधिकारियों ने जमीन मालिकों को कई बार आश्वासन दिया लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। 

समस्या का समाधान नहीं होने पर आक्रोशित जमीन मालिक सोमवार की सुबह से कुमारडीही एबीपिट कोलियरी के सीएम प्रोजेक्ट का काम बंद कर विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गये। करीब 4 घंटे तक कोलियरी का उत्पादन व परिवहन बंद रहने के बाद ईसीएल के सुरक्षा गार्ड तथा सीआईएसएफ मौके पर पहुंचे। कोलियरी एजेंट राजकिशोर प्रसाद सिंह और बंकोला क्षेत्र के महाप्रबंधक संजय साहू भी मौके पर आये। जब ईसीएल अधिकारियों ने लगभग 60 प्रतिशत जमीन के अधिग्रहण की मंजूरी के कागजात जमीन मालिकों को लिखित रूप में सौंपे, तो जमीन मालिकों ने फिलहाल अपना विरोध वापस ले लिया। 

आंदोलनकारी जमीन मालिक अबीर लाल मुखर्जी, सनत मुखर्जी और जगन्नाथ राय चौधरी ने कहा कि दो साल बाद सफलता मिली है। प्रारंभिक चरण में लगभग 60 प्रतिशत भूमि समस्या का समाधान हो गया। हालांकि ईसीएल अधिकारियों ने बाकी 40 फीसदी जमीन की समस्या सुलझाने के लिए कुछ समय मांगा है। इस अवधि में समस्या का समाधान नहीं होने पर दोबारा भूमि आंदोलन जारी रखने की चेतावनी भी दी गई।