जानें सिकराय के हनुमान मंदिर की अजब-गजब कहानी

author-image
New Update
जानें सिकराय के हनुमान मंदिर की अजब-गजब कहानी

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: दौसा जिले में कई धार्मिक स्थल हैं, जो अपने भीतर रोचक इतिहास समेटे हुए हैं। आज आपको ऐसे ही एक धार्मिक स्थल के बारे में बता रहे हैं, जहां एक वक्त था कि लोग जाने से डरते थे, लेकिन अब यहां लोगों की भीड़ लग गई है और यहां धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होता रहता है। 1990 में गांव के काला घाट में हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित की गई थी। इससे पहले यहां आने से लोग डरते थे और वीरान जगह थी। 1990 में मंदिर की स्थापना ताराचंद काली कमली वाले महाराज ने की। इस मंदिर में हनुमान जी की आंखें चांदी की हैं। केकरौली गांव के काला घाट पर यह मंदिर है। जब से प्रतिमा की स्थापना की गई है तब से ही क्षेत्र में बदलाव शुरू हो गया। यहां पहले कटीली झाड़ियां हुआ करती थीं। तब कटीली झाड़ियों के नीचे से पशु भी नहीं निकल पाते थे। अब यहां फलदार पेड़-पौधे लगाए गए हैं और आसानी से लोग यहां बैठ सकते हैं। मान्यता है की मंदिर पर कोई भी श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर आता है, तो उसकी मनोकामना पूर्ण होती है। ​