टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : नाका चेकिंग के दौरान रानीगंज के पंजाबी मोड़ चौकी की पुलिस ने एक ड्रग तस्कर को नशीली दवाओं की तस्करी करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। गिरफ्तार व्यक्ति के पास से पुलिस ने 21 ग्राम ब्राउन शुगर जब्त किया है। आरोपी को शुक्रवार को आसनसोल जिला अदालत में पेश किया गया और आगे की पूछताछ के लिए सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का अनुरोध किया गया, लेकिन न्यायाधीश ने आरोपी को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया। घटना के संबंध में पता चला है कि पुलिस को अपनी विशेष निगरानी टीम के माध्यम से कई दिनों से मादक पदार्थों की तस्करी की सूचना मिल रही थी और तभी से पंजाबी मोड़ आईसी रवीन्द्रनाथ दोलुई के नेतृत्व में रानीगंज थाने की पंजाबी मोड़ पुलिस ने बड़ी सफलता के साथ निगरानी की। गुरुवार की शाम राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 60 पर स्थित रानीगंज के पंजाबी मोड़ चौराहे पर पुलिस की विशेष निगरानी टीम को जब पता चला कि इलाके में नशीली दवाओं की तस्करी की जा रही है, तो उन्होंने अन्य वाहनों के साथ एक स्कूटी चालक को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की। उसके पास मौजूद सामान से इक्कीस ग्राम ब्राउन शुगर जब्त कर लिया गया। इसे बाजार में हेरोइन के नाम से भी जाना जाता है। मालूम हो कि गिरफ्तार 32 वर्षीय युवक आसनसोल के इस्माइल निवासी समीर आलम है। वह बीरभूम के दुबराजपुर इलाके से स्कूटर में यह ब्राउन शुगर लेकर इसे बांटने के लिए आसनसोल ले जा रहा था, तभी पुलिस ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। उस व्यक्ति ने अपने बयान में स्वीकार किया कि वह इस ड्रग्स को वितरण के लिए बीरभूम से आसनसोल ले जा रहा था। बताया जाता है कि गिरफ्तार व्यक्ति लंबे समय से इस धंधे में संलिप्त है लेकिन उसने अभी तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है कि उसे दुबराजपुर और आसनसोल में कौन-कौन ड्रग सप्लाई करता था या वह किसे ड्रग पहुंचाता था।
ज्ञातव्य है कि कोयला क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्रों में हाल ही में मादक पदार्थों की तस्करी बढ़ी है, जिसका असर वर्तमान पीढ़ी के युवाओं पर पड़ रहा है। बेईमान व्यापारियों का एक वर्ग केवल अपने निजी स्वार्थों के लिए पैसों के लालच में और समाज तथा देश के युवाओं को नशे की लत लगाने के लिए इस जहरीली दवा को समाज में फैला रहा है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट की पुलिस ने भविष्य में इसे और सख्ती से रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं, जहां भी इस तरह की नशीली दवाओं के कारोबार की बात पुलिस प्रशासन के सामने आएगी, प्रशासन उसे रोकने की पुरजोर कोशिश करेगा।